जितेन्द्र पंवार ।
झालावाड़/डग

डग क्षेत्र के क्यासरा में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय में लापरवाही का बड़ा ही विचित्र माजरा सामने आया है जो क्षेत्र के जिम्मेदार अधिकारियों पर तमाचा है। इस संस्कृत विद्यालय में आठ कक्षाएं संचालित है जिनमे करीब 60 बच्चों का नामांकन है लेकिन हैरत की बात यह है यह स्कूल विगत 3 दिनों से बिना अध्यापक के ही संचालित हो रहा है और जिम्मेदारी ब्लॉक स्तरीय व उपखंड अधिकारियों के कानों तक यह खबर भी नही पहुंची स्कूल बराबर खुल रहा है पोषाहार भी ईमानदारी से बन रहा है दूध वितरण भी किया जा रहा है बस अध्यापक 3 दिन से लापता है जो क्षेत्र व गांव के लिए हैरत की बात है जानकारी के अनुसार आपको बता दे कि इस संस्कृत विद्यालय में एक स्थायी अध्यापक विकास पालीवाल तैनात है जिनके घर मे वैवाहिक कार्यक्रम है जिसके चलते उन्होंने नियमानुसार 10 दिन का अवकाश लिया नोडल अधिकारी द्वारा सुनेल ब्लॉक के श्यामपुरा में तैनात सुदर्शन सिंह सोनगरा को यंहा लगाया लेकिन दूरी अधिक होने के कारण वो भी अवकाश ले गए उसके बाद नोडल अधिकारी हेमराज यंहा एक दो दिन आये उसके बाद वो भी चले गए और अब 3 दिन से बिना अध्यापक के ही स्कूल का संचालन हो रहा है ऐसे में बच्चों का विकास कैसे होगा बड़ा ही विचारणीय प्रश्न है जब स्कूल का विजिट किया गया तो बोर्ड पर बच्चे आयुषी,ईशान,प्रिया, आरुषा यह ब्लैकबोर्ड पर पढ़ाते हुए नजर आए जो काबिले तारीफ है इस मामले की जिम्मेदार अधिकारियों को जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए ताकि भविष्य में पूरे ब्लॉक में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके ।