सुसनेर। मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित गो रक्षा वर्ष के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 199 वे दिवस पर श्रोताओं को संबोधित करते हुए स्वामी गोपालानंद जी सरस्वती ने बताया कि जब तक जिंदा रहे तब तक जन्मदिन नहीं मनाना चहिए बल्कि हम अपने जीवन में ऐसा कुछ कर जाए
की लोग हमारा जन्मदिन मनाएं और जिस दिन हमारा जन्मदिन हो उस दिन खूब भगवान का ध्यान करे, उपवास रखे, भगवान से प्रार्थना करे कि है ! प्रभु मुझे सत्कर्म में लगाए रखना, मेरे में कभी अहंकार मत आने देना। अपना शेष जीवन ऐसा बिताए जब हम संसार छोड़ कर चले जाए तो जैसे रामनवमी, कृष्ण जन्माष्टमी मनाते है लोग वैसे ही हमारा जन्मदिन धूम धाम से मनाए। कबीरा जब हम पैदा हुवे जग हंसा हम रोए, ऐसी करनी कर चलो हम हंसे जग रोए
स्वामीजी ने आगे बताया कि हम कह दे गाय हमारी माता है इसकी कोई व्याख्या करने की आवश्यकता नहीं है। भारत में रहने वाले सभी लोग जानते है यह बात लेकिन कितने लोग समझ पाए। अगर समझ पाते तो सड़कों पर गाय माता क्यों होती, तस्कर गाय माता को क्यों ले जाते, सार्वजनिक गोशाला खोलने की आवश्यकता क्यों पड़ती लेकिन लोग नहीं समझ पाए इसीलिए तो विभिन्न धर्म ग्रंथो में बताए प्रमाणों के आधार पर कथा के माध्यम से बताया जा रहा है ताकि लोगों को समझ आ जाए ओर वह अनुशरण करना शुरू करें। जिससे जीवन आनंद की ओर अग्रसर हो।
स्वामीजी ने बताया कि श्रद्धा और विश्वास नहीं है तो गो की सेवा अभिनय बन जाएगी। मन में शंका है तो शरणागति नहीं मिल सकती और जब तक शरणागति नहीं मिलेगी, हम गाय माता के शरण में नहीं जाएंगे तब तक सुख नहीं मिल सकता। हम शरण में जाए ओर सामने वाले शरण में ले ले तब सुख मिलेगा।
आगामी 02 नवम्बर 2024 से 10 नवम्बर 2024 तक गो अभयारण्य में होने वाले गो नवरात्रि महोत्सव में विभिन्न प्रकार के होने वाले गो संस्कृति सम्मेलन की जानकारी देते हुए बताया कि 03 नवम्बर 2024,को प्रात:10 बजे से 04 बजे तक आयुर्वेद एवं पंचगव्य गो संस्कृति सम्मेलन में पंचगव्य विशेषज्ञ श्रीसुनिल मानसिहका एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के पंचगव्य के वैद्य श्रीश्याम सिंह सहित देश भर से पंचगव्य एवं आयुर्वेद के तज्ञ विद्वानो का मार्गदर्शन मिलेगा ।
*199 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान से *
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 199 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले की पिडावा तहसील के श्रवण ग्राम की और से रामप्रसाद के साथ सभी ग्राम वासियों ने अपने ग्राम ,नगर,राज्य एवं देश के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
चित्र 1 : गोकथा सुनाते स्वामी गोपालानंद सरस्वती।
चित्र 2 : गोकथा में उपस्थित गौभक्त।
चित्र 3,4 : गोकथा में गोमाता को चुनड़ ओढाती गोभक्त ।
चित्र 5,6 : चुनरी यात्रा में आए गोभक्तो को सम्मानित करते महोत्सव के कार्यकर्ता
चित्र 7 : गो पुष्टि यज्ञ करते गो भक्त ।
चित्र 8 : गोमाता के लिए चुनड़ लाते गोभक्त ।